शनिवार, 9 अप्रैल 2016

वरहिया जैन समाज के गौरव :श्री रामजीत जैन ,एड.

भंडारी  गौत्रोत्पन्न   श्री रामजीत जी  जैन |
जैन जगत को जिन्हनें दीं हैं कई अनूठी देन||

'वरहियान्वय'जैसी कृति जिनके श्रम का प्रतिफल है |
गौरवान्वित हो समाज ,रहा जिनका इस पर बल है ||

जिन्हने खोजा बिखरे सूत्रों को, कर अथक प्रयास |
अल्पख्यात वरहिया समाज को दिया प्रथम इतिहास ||

जिनकी लिखी दर्जनों कृतियाँ हुईं जैन जगत में चर्चित |
है  श्री सिद्धक्षेत्र गोपाचल  जैसी कृति संपूजित ,अर्चित ||

अखिल दिगंबर जैन जगत में मिला जिन्हें बहुमान |
वह ग्वालियर नगरी के रहवासी अभिभाषक श्रीमान ||

उनका महान अवदान भुलाया नहीं जा सकेगा |
हमसे उनका ऋण कभी चुकाया नहीं जा सकेगा ||

                        ------- रचयिता  श्रीश राकेश जैन (लहार)

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