आने वाला है चुनाव,सो बिछने लगीं बिसातें/लगे बिठाने वे लोगों के मन में, अपनी बातें।।
सबकी कोशिश है,अपनी लॉबी ही चुनकर आए/ यही सोच सबने ही हाथी, घोड़े,ऊंट सरजाए।।
उनका सिक्का चले इसी कोशिश में सारे लोग/करने लगे किंगमेकर पटु-बुद्धि का उपयोग।।
लगे दौड़ने सरपट फिर से अश्वमेशके अश्व/ क्योंकि उनको ही रखना है अपना धुर वर्चस्व।।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें